July 7, 2025 3:24 pm

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विद्युत व्यस्था को बेहतर बनाने के लिए जोनों की संख्या 25से 40 बड़ाई गई

न्यूज 21भारत लखनऊ

उत्तर प्रदेश सरकार विद्युत उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति प्रदान करने तथा उनकी समस्या के त्वरित समाधान करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

इसके लिए वर्तमान विद्युत व्यवस्था के ढांचे में तेजी से बदलाव के कार्य किये जा रहे हैं।

ये बातें प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा ने कही। उन्होंने बताया कि प्रदेश की विद्युत व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिये उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अन्तर्गत निर्धारित क्षेत्रों का पुनर्निर्धारण करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। वर्तमान में कार्यरत 25 क्षेत्रों को बढ़ाकर 40 क्षेत्र बनाये जायेंगे। नवनिर्मित इन क्षेत्रों में वर्तमान में उपलब्ध मुख्य अभियन्ताओं की तैनाती प्रदान की जायेगी।

 

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि इस नई व्यवस्था के तहत गोरखपुर, प्रयागराज, वाराणसी, बरेली, लेसा (सिस गोमती) लेसा (ट्रांसगोमती) अलीगंढ़, कानपुर, मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर, आगरा, तथा लखनऊ को विभाजित कर एक-एक नया क्षेत्र (जोन) बना दिया गया है। इसके अतिरिक्त गाजियाबाद क्षेत्र को तीन खण्डों में विभाजित कर दो नये क्षेत्र (जोन) गठित किये गये हैं। नगरीय क्षेत्रों की विशिष्ट समस्याओं को ध्यान में रखते हुए बड़े नगरों पर अधिक ध्यान देने हेतु नए जोन स्थापित किये जा रहे हैं।

इससे नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अलग-अलग पर्यवेक्षण किया जा सकेगा। शेष, बुलन्दशहर, अयोध्या, नोएडा, आजमगढ़, मिर्जापुर, बस्ती, देवीपाटन, बांदा, झांसी और केस्को में स्थापित जोन पूर्ववत ही रहेंगे।

 

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि विद्युत विभाग के वर्तमान क्षेत्रों (जोन्स) को विभाजित कर नये क्षेत्रों (जोन्स) के गठन से विद्युत व्यवस्था से सम्बन्धित कार्यों में तेजी से सुधार आयेगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में विद्युत के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हो रहे। विगत वर्षों की तुलना में विद्युत आपूर्ति के नये-नये रिकार्ड बनाने के अतिरिक्त, नये कनेक्शन स्वीकृत करने के साथ विद्युत ढांचे में अभूतपूर्व मजबूती प्रदान करने के कार्यक्रम चलाये जा रहे।

 

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि वर्तमान परिवेश में प्रत्येक स्तर पर विद्युत कार्यों की कार्य कुशलता में और सुधार करने के लिय अधिक अनुश्रवण एवं वरिष्ठ स्तर के नेतृत्व की आवश्यकता है। ऐसे में वितरण क्षेत्रों के पुनर्गठन का निर्णय लिया गया। इससे गुणवत्तापक बेहतर विद्युत आपूर्ति तथा उसकी मॉनीटरिंग, लाइन हानियों को कम करने, विद्युत चोरी रोकने तथा उपभोक्ताओं की समस्याओं का शीघ्र समाधान करना और आसानी से सम्भव हो सकेगा।

Adv Vinod Kumar
Author: Adv Vinod Kumar

न्यूज 21 भारत

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