July 10, 2025 9:39 pm

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महिला शिक्षा और सामाजिक चेतना जागृत करने में सावित्री-बाई फुले का अतुलनीय योगदान

न्यूज 21भारत सुल्तानपुर

विंध्यादीन शिक्षण संथान विरधौरा में भव्यमय तरीके से मनायीं गयी,सावित्री बाई फुले की जयंती।

सुलतानपुर:बल्दीराय तहसील क्षेत्र अंतर्गत स्थित विंध्यादीन शिक्षण संस्थान विरधौरा में देश की पहली महिला शिक्षिका सावित्री-बाई फुले की जयंती, सामाजिक एकता मंच द्वारा,संस्थान प्रबंधक शीतलादीन गुप्ता की अध्यक्षता में बड़े ही भव्यमय में तरीके से मनाई गई।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा.डी. राम,डा.आर.के दोहरे व विशिष्ट अतिथि डा.एस सी.विमल तथा डा.अजय राजभर-प्रो.कुमारगंज यूनिवर्सिटी अयोध्या रहे।कार्यक्रम का प्रारंभ सावित्रीबाई फुले की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया।आये हुए सभी अतिथियों का बच्चों ने स्वागत गीत के माध्यम से स्वागत किया।वही बच्चों के द्वारा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए गए।कार्यक्रम का संचालन जमालुद्दीन के द्वारा किया गया।सभी अतिथियों के द्वारा सावित्री-बाई फुले के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया।इसी क्रम में शिक्षक पवन कुमार के द्वारा बताया गया कि महिला शिक्षा एवं सामाजिक चेतना जागृत करने में सावित्री-बाई फुले का अतुलनीय योगदान रहा है।सावित्रीबाई फुले का पहली शिक्षिका, दार्शनिक कवियत्री व समाज-सेविका सहित अनेक उपलब्धि हासिल करने का श्रेय जाता है। उन्होंने 19वीं सदी में स्त्रियों के अधिकारों,अ शिक्षा,छुआ-छूत,सती प्रथा,बाल विवाह या विधवा विवाह जैसी, कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई थी।अंध विश्वास और रूढ़ियों की बेंड़िया तोड़ने के लिए लंबा संघर्ष किया,सावित्री-बाई बचपन से ही बहुत जिज्ञासु एवं महत्वाकांक्षी थी।वहीं शिक्षक राजदेव यादव ने बताया कि सावित्री-बाई फुले की देन है कि आज देश की महिलाएं सेना में भर्ती होकर सीमा पर भारत माता की रक्षा कर रही हैं।इस मौके पर सूर्यभान बौद्ध,शिक्षक गंगाप्रसाद,रामकिशोर,बंसराज,राजदेव यादव,रमेश कुमार,शिवप्रसाद मौर्य, पूर्व प्रधान रामचंद्र यादव, भवानी भीख,राकेश, सोमनाथ,राममूर्ति,शिव शंकर चौधरी,जगध्यान यादव व अनेकों गाड़ी मन लोगों के साथ-साथ बहुसंख्या में बच्चे भी उपस्थित रहे।

इबरार अहमद की रिपोर्ट

Adv Vinod Kumar
Author: Adv Vinod Kumar

न्यूज 21 भारत

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