न्यूज 21भारत अमेठी
खलनायक बनी लंभुआ की मित्र पुलिस!
ड्राइवर का फोन जमा कर दिन भर करवाया उपवास
(सुल्तानपुर) पब्जी खेल खेलते हुए नाबालिक लड़की इजहारे इश्क में पड़ गयी। मिर्जापुर की रहने वाली एक नाबालिक किशोरी सुल्तानपुर बस स्टेशन पर बीते शनिवार की रात पहुंचती है। तब उसने एक अधेड़ बैटरी रिक्शा चालक से लंभुआ अपने “पब्जी मित्र” से मिलने जाने के लिए 500/-₹ किराया पे रिक्शा बुक किया। रास्ते में जब लड़की फोन से बात करने लगी तभी रिक्शा चालक को शक हुआ ।तब उसने पयागीपुर पहुंचने पर चौकी पुलिस से बताया ।पुलिस ने कहा कि इसे ले जाकर जिस स्थान पर बता रही है वहां छोड़कर अपना भाड़ा लेकर मामले से किनारा करो। बैटरी रिक्शा चालक रास्ते में लड़की की फोन की बातें सुनता रहा।ड्राइवर को मामला संदिग्ध लगा तो उसने अपना बैटरी रिक्शा लंभुआ थाने में इंट्री कर दिया ।बैटरी रिक्शा चालक ने थाना अध्यक्ष को पूरी बात बताई तो उन्होंने रिक्शा चालक को ही कस्टडी में ले लिया।।थाना अध्यक्ष ने लड़की के घर वालों को सुबह मोबाइल से सूचित किया । इधर सक्रिय हुई पुलिस ने आरोपित युवक को लड़की के साथ “”पब जी “खेलने वाले युवक को पकड़कर थाने लाई। लेकिन जादू की झप्पी का फार्मूला चला और लड़का दिन में ही कस्टडी से छूट गया।
लंभुवा पुलिस ने “सभ्य ड्राइवर” का फोन किया जब्त
पुलिस ने भलाई करने वाले ड्राइवर का फोन जब्त कर लिया।उस ड्राइवर को अपने परिजनों से बात करने की इजाजत भी नही दी गयी।उसे उपवास करवाया,थाने में ही बैठाये रखा। अंदर खाने से पता चला है कि थाना अध्यक्ष बारगेनिंग करने में लगे हुए हैं। इधर बैटरी रिक्शा चालक के परिजनों ने बताया कि थानाध्यक्ष उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है ।पत्नी ने बताया की उनके पति को ही अपराधी मानकर थाने पर दूसरी रात बैठाया गया। रिक्शा चला कर भरण पोषण परिवार का करता है लेकिन उन्होंने एक लड़की की आबरू बचाने वाले ड्राइवर को शोषण का शिकार होना पड़ रहा है । इस बाबत नाराज थाना अध्यक्ष ने कहा कि ड्राइवर लड़की को नजदीक के थाने में क्यो नही ले गया।।
एसओ के आदेश पर नही मिला भोजन
(सुल्तानपुर) भला करने वाले ड्राइवर को एसओ के आदेश पर दिन भर उपवास कराया गया।उसे एक हार्डकोर अपराधी की तरह बर्ताव किया गया।
पूर्व में भी सस्पेंड हुए हैं थाने के पांच पुलिसकर्मी
(सुल्तानपुर) वर्षों पूर्व के आतंक चलते स्कूल से घर जा रही एक किशोरी को मनचले ने साइड मार दिया था ।जिस कारण किशोरी का सिर डिवाइडर में जा टकराया। उसे बेहोशी की हालत में जिला अस्पताल भर्ती कराया गया था ।चंद रोज बाद उसने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया था। रोते हुए लड़की के दादा ने अपनी पोती के शव को एंबुलेंस में रखवाया।पड़ताल में पता चला कि घटना की एफआईआर थाना अध्यक्ष द्वारा नहीं लिखी गई थी। तब तत्कालीन एसपी ने थाना अध्यक्ष समेत पांच पुलिस कर्मियों को लापरवाही बरतने पर सस्पेंड कर दिया था।
ब्यूरो रिपोर्ट

Author: Adv Vinod Kumar
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